Thursday, October 8, 2015

07-10-2015

त्यौहार-पर्वों के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त

डूंगरपुर, 7 अक्टूबर/ जिला मजिस्ट्रेट इन्द्रजीत सिंह ने जिले में आगामी दिनों में आयोजित होने वाले त्यौहार-पर्वों के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए हैं। 
उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 13 अक्टूबर को नवरात्री स्थापना, 21 को दुर्गाष्टमी, 22 को महानवमी/विजयादशमी, 24 को मोहर्रम (ताजिया) एवं 30 अक्टूबर को करवाचौथ के धार्मिक त्यौहार मनाये जाएंगे। उक्त धार्मिक त्यौहारों के दौरान जिले में साम्प्रदायिक सौहार्द, लोक शान्ति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए 9 कार्यपालक मजिस्ट्रेट को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है और निर्देशित किया गया है कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट पूरी सतर्कता के साथ निगरानी रखें तथा कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनाये रखने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। 
 उन्होंने बताया कि नगर परिषद एवं उपखण्ड क्षेत्र में उपखण्ड मजिस्ट्रेट डूँगरपुर, नगरपालिका एवं उपखण्ड क्षेत्र सागवाड़ा में उपखण्ड मजिस्ट्रेट सागवाड़ा, उपखण्ड क्षेत्र सीमलवाड़ा में उपखण्ड मजिस्ट्रेट सीमलवाड़ा, उपखण्ड क्षेत्र आसपुर में उपखण्ड मजिस्ट्रेट आसपुर, उपखण्ड क्षेत्र बिछीवाड़ा में उपखण्ड मजिस्ट्रेट बिछीवाड़ा, उपखण्ड क्षेत्र में साबला मेें तहसीलदार साबला, उपखण्ड क्षेत्र गलियाकोट में तहसीलदार गलियाकोट, उपखण्ड क्षेत्र चिखली में तहसीलदार चिखली, तहसील क्षेत्र झौंथरी में तहसीलदार झौंथरीपाल को नियुक्त किया गया है।  

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मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने किया मीडिया से संवाद
मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए चिकित्सा विभाग पूरी तरह सतर्क - डॉ. वर्मा

डूंगरपुर, 7 अक्टूबर/मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.पी.वर्मा ने कहा है कि जिले में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है और इसके लिए विशेष दल लगातार सर्वे करते हुए लोगों को इनसे बचाव के लिए जागरूक कर रहे हैं। 
डॉ. वर्मा बुधवार को यहां स्वास्थ्य भवन में जिले में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के संबंध में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। 
इस मौके पर उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए आमजन की जागरूकता बड़ी जरूरी है, उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय पर विभाग द्वारा बनाए गए दल द्वारा पिछले सप्ताह भर में 2 हजार 396 मकानांे की सर्वे की है और यहां पर 280 स्थानों पर मच्छरों के प्रजनन स्थल पाए गए जिन्हें नष्ट करवाया गया। इसी प्रकार सर्वे दल को बुखार के 169 रोगी प्राप्त हुए, 175 रक्त पट्टिकाएं ली गई तथा एंटीलार्वल गतिविधियां की गई। सर्वे में मलेरिया पॉजीटिव के रोगियों में 4 पीवी तथा 1 पीएफ रोगी पाया गया जिसका मौके पर ही उपचार प्रारंभ किया है। 

प्रेस वार्ता दौरान डॉ. वर्मा ने मौसमी बीमारियों के बचाव के लिए मच्छरों को नहीं पनपने देने की बात कही और कहा कि पांच दिनों से अधिक समय तक किसी भी खुले स्थान पर पानी का जमाव नहीं रहने दे, पानी से भरे गड्डों में मिट्टी भर दें, हेण्डपम्प के आसपास पानी जमा न होने दे, टायरों को बिखरे पड़े ना रहने दे, सप्ताह में एक बार पशु व पक्षियों के पानी के बर्तन, होदी, इत्यादि को सुखाकर ही पानी भरे, पानी के सभी बर्तन, टंकी को पूरी तरह ढक कर रखें, सप्ताह में एक बार कुलर फूलदान आदि को सुखाकर ही उनमें पानी भरें, कीटनाशक से उपचारित मच्छरदानी का प्रयोग करें तथा ठहरे हुए पानी जैसे तालाब, कुओं व अन्य जलाशयों में गम्बुसिया मछली डाले।
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डूंगरपुर: जनजागरूकता पैदा करने निकला ‘स्वच्छता दूत’
स्वच्छ भारत मिशन से प्रेरित युवक अपने स्तर पर कर रहा प्रयास

डूंगरपुर, 7 अक्टूबर/प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन का असर न सिर्फ बड़े गांव-शहरों अपितु आदिवासी अंचल में भी व्यापक रूप से हुआ है, इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है समीपस्थ उदयपुर जिले के ऋषभदेव निवासी युवा कैलाश पंचाल जो स्वप्रेरणा से पिछले एक वर्ष से स्वच्छता दूत बन कर गांव-गांव स्वच्छता की अलख जगाने की कवायद में जुटा हुआ है। इन दिनों पंचाल डूंगरपुर जिले के गांवों में स्वच्छता का संदेश प्रतिध्वनित कर रहा है। 
दसवी तक शिक्षा प्राप्त पंचाल 2 अक्टूबर, 2014 ने अपने इस मिशन की शुरुआत अपने गांव ऋषभदेव से की थी और यहां खुद के खर्चे से एक हजार से अधिक कचरा पात्र गांव में लगवाने के बाद अपने मिशन को राजस्थान के अन्य शहरों और संपूर्ण भारत की ओर कर लिया। पंचाल अब तक राजस्थान के उदयपुर, जयपुर, जालोर, सिरोही, पाली, जोधपुर के शहरी इलाकों में जनजागरूकता पैदा की है वहीं राजस्थान के बाहर गुजरात में अंबाजी से यात्रा शुरू करते हुए खेड़ब्रह्मा, ईडर, हिम्मतनगर, अहमदाबाद, गांधीनगर, राजकोट, बड़ौदा, मोड़ासा, धनसुरा, देवगांव, शामलाजी से डूंगरपुर पहुंचे हैं। इसके अलावा इन्होंने अमरेली, सूरत तथा तमिलनाडू के चेन्नई शहर का भ्रमण कर स्वच्छता का संदेश प्रसारित किया है। अपनी यात्रा में कैलाश ने विभिन्न गांव-शहरों में जाकर लोगों को स्वच्छता के मायने समझाने के प्रयास किए हैं। उसका लक्ष्य बडे़ सार्वजनिक स्थल होते है जहां पर लोगों का जमावड़ा रहता है। इस दौरान उसने बस स्टेण्ड, रेल्वे स्टेशन, एयरपोर्ट, सिनेमा हॉल, मेलों इत्यादि में स्वच्छता विषयक जागरूकता फैलायी है। 



उसने बताया कि महीने में 20 दिन वह अपनी आजीविका के लिए दुकान चलाता है शेष 10 दिन स्वयं के खर्च पर पेम्पलेट्स आदि प्रकाशित करा कर अलग-अलग शहरों में पहुंच लोगों को वितरित करता है। सिर्फ पेम्पलेट वितरण ही नहीं, उसे जहां कहीं भी गंदगी दिखती है वह आसपास के व्यक्तियों को इस गंदगी से होने वाली हानियों के बारे में बताते हुए खुद गंदगी को हटाकर यह अहसास कराता है कि गंदगी से सिर्फ उन्हें ही नहीं अपितु आसपास के लोगांे को भी तकलीफ होती है। पूरे देश में जागरूकता पैदा करने का जज्बा रखने वाले कैलाश पंचाल सार्वजनिक स्थानों पर पेम्पलेट बांटते है और जागरूकता पैदा करते हैं। उसका मानना है कि व्यक्ति अपने घर से स्वच्छता का संदेश देगा तो धीरे-धीरे परिवार, समाज और क्षेत्र विशेष तक पहुंचेगा। 
पंचाल ने अपनी यात्रा दौरान स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों को भी संबोधित किया है और डूंगरपुर में उन्होेंने जिला कलक्टर इंद्रजीत सिंह से भी मुलाकात करते हुए अपने संकल्प के बारे में बताया। जिला कलक्टर के सुझाव पर उन्होंने जिले के बरोठी व संचिया गांव में आयोजित ग्राम सभाआंे में ग्रामीणों को भी स्वच्छता के महत्त्व को बताया है। डूंगरपुर में वह 13 अक्टूबर तक रूककर जनजागरूकता पैदा करते हुए जिले के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा रूख करेगा।  
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  मातृ शिशु जागरूकता कार्यक्रम ‘वात्सल्य’ 8 अक्टूबर को कराड़ा में

डूंगरपुर, 7 अक्टूबर/सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय द्धारा डूॅंगरपुर जिले मे मातृ और शिशु स्वास्थ्य पर विशेष जागरूकता अभियान ‘‘ वात्सल्य‘‘ आरभ्भ किया गया है। इसके तहत जिले मे चौथा कार्यक्रम 8 अक्टूबर को सागवाड़ा के पास कराडा गांव मे आयोजित किया जायेगा । 
क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी एस0एल0 सालवी ने बताया कि कार्यक्रम का उद्घाटन सांसद मानशंकर निनामा करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सागवाड़ा विधायक श्रीमती अनिता कटारा करेंगी जबकि बतौर अतिथि सागवाड़ा  प्रधान श्रीमती रेखा रोत और कराड़ा सरपंच राजेन्द्र कुमार उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम सुबह 10 बजे आयोजित किया जाएगा।
गौरतलब है कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के उन 100 जिलो में मातृ और शिशु स्वास्थ्य पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है जहां मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिये जाने की जरूरत है। इन जिलो मे राजस्थान के 10 जिले शामिल हैं।ं ये जिले हैं - डूंॅंगरपुर ,बॉसवाडा, राजसमंद, उदयपुर, करौली, धौलपुर, जैसलमेर , जालोर, बाडमेर और बंूदी  । क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय इन 10 जिलो में कुल 33 जागरूकता काय्रक्रम आयोजित करेगा, प्रत्येक कार्यक्रम में 10 गांवो में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा । इस कार्यक्रम के लिए ऐसे गांवों को चुना गया है जहां उप स्वास्थ्य केन्द्र भी नहीं है, इस अभियान की शुरूआत डूंगरपुर जिले से की गई हैै।
उन्होंने बताया कि कराडा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ओर से निःशुल्क चिकित्सा और जांच शिविर भी लगाया जाएगा। इस दौरान जरूरी दवाईयां भी उपलब्ध करवाई जाएंगी। कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों की स्वास्थ्य चेतना रैली और स्वास्थय प्रश्नोत्तरी के अलावा रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन भी होंगे। इसके साथ ही कार्यक्रम के दौरान स्वस्थ शिशु प्रतियोगिता भी होगी इसमें शिशु के टीकाकरण, वजन और रख-रखाव जैसे बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुए स्वस्थ शिशुओं की माताओं को पुरस्कृत किया जाएगा।
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