मुख्यमंत्री सहायता कोष से 4.70 लाख स्वीकृत
डूंगरपुर, 17 सितंबर/जिले में विभिन्न दुर्घटनाओं में मृतकों के परिजनों व घायलों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 4 लाख 70 हजार की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।
जिला कलक्टर (आपदा प्रबंधन एवं सहायता) इंद्रजीत सिंह ने बताया कि सड़क दुर्घटना में मृतक पीठ निवासी मोहम्मद रईस पुत्र मोहम्मद हुसैन, डूंगरसारण निवासी प्रवीण पिता भाती रोत, डूंगरपुर निवासी अशोक कुमार पिता सबलाजी भाटीया, बडौदा निवासी धुला पिता अमरा मीणा, खेडा आसपुर निवासी विनोद पिता देवजी पंचाल, भाड़गा फला क्यावडी निवासी भेरा पिता पेमा मीणा, कोलखण्डा निवासी गौतम पिता तेजेंग पाटीदार, गामड़ी देवल निासी प्रवीण पिता बंशीलाल रावल एवं नयागांव रास्तापाल निवासी मांगीलाल पुत्र शंकरलाल कटारा के आश्रित परिजनों को पचास-पचास हजार रुपयों की आर्थिक सहायता मुख्यमंत्री कोष से स्वीकृत की गई है।
इसी प्रकार सड़क दुर्घटना में घायल न्यू कॉलोनी डूंगरपुर निवासी यामिनीकांत पंड्या पिता अम्बाशंकर पंड्या व रेखा पत्नि यामिनीकांत पंड्या को दस-दस हजार रुपयों की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।
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अवैध व ओवरलोड बजरी परिवहन पर कार्रवाई का सिलसिला जारी
2 लाख 14 हजार का जुर्माना वसूला
डूंगरपुर, 17 सितंबर/जिला कलक्टर इंद्रजीत सिंह के निर्देशों पर जिले में अवैध एवं ओवरलोड बजरी परिवहन पर कार्यवाही का सिलसिला जारी है। बुधवार को तीन प्रकरणों में कार्यवाही करते हुए 2 लाख 14 हजार 700 रुपये की वसूली की गई।
खनि अभियंता धनेश्वर रोत ने बताया कि विभागीय दल द्वारा की गई कार्यवाही के तहत पडूना निवासी मोहनलाल से 1 लाख 5 हजार 400 रुपये, तिजोड़ निवासी रमेश पुत्र नाथुलाल मीणा से 54 हजार 800 तथा निठाउवा निवासी भरत पुत्र लालू मीणा से 54 हजार 500 रुपये वसूल किए गए।
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भामाशाह योजना की समीक्षा बैठक आज
डूंगरपुर, 17 सितंबर/महिला सशक्तिकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ की गई भामाशाह योजना के तहत नामांकन शिविरों की प्रगति की समीक्षा के लिए आवश्यक बैठक गुरुवार को आयोजित की जाएगी।
योजना के नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त कलक्टर अशोक कुमार ने बताया कि बैठक सुबह 11 बजे जिला परिषद ईडीपी सभागार में आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि बैठक में समस्त उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, नगरपरिषद आयुक्त, नगरपालिका अधिशासी अधिकारी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक, जिला रसद अधिकारी और लीड बैंक अधिकारी को संबंधित सूचनाओं के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं।
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जिले को 7445 एमटी गेहूं का आवंटन
पंचायत समितिवार किया उप आवंटन
डूंगरपुर, 17 सितंबर/जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत अक्टूबर माह के लिए प्राप्त हुए 7445 एमटी गेहूं का उप आवंटन पंचायत समितिवार संबंधित थोक डिलरों को कर दिया गया है।
जिला कलक्टर (रसद) इंद्रजीत सिंह ने बताया कि प्राप्त गेहूं में से डूंगरपुर पंचायत समिति को 1386 एमटी, बिछीवाड़ा को 1588, नगरपरिषद डूंगरपुर को 139, नगरपालिका सागवाड़ा को 101, सागवाड़ा पंचायत समिति को 1371, गलियाकोट को 439, आसपुर को 1228 तथा सीमलवाड़ा पंचायत समिति को 1193 एमटी गेहूं का उप आवंटन किया गया है। जिला कलक्टर ने समस्त थोक विक्रेताओं को 30 सितंबर से पूर्व उठाव करते हुए 10 अक्टूबर से पूर्व समस्त उचित मूल्य दुकानदारों को पहुंचाना सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया है।
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जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक 19 को
डूंगरपुर, 17 सितंबर/जिला स्तरीय समन्वय समिति, एसजीएसवाय, साख जमा अनुपात एवं लघु एवं मध्यम उद्योगों को ऋण वृद्धि के लिए उपाय करने के लिए गठित जिला स्तरीय शक्तिप्राप्त समिति की बैठक जिला कलक्टर इंद्रजीत सिंह की अध्यक्षता में 19 सितंबर को सायं 4 बजे आयोजित की जाएगी। यह जानकारी अग्रणी जिला प्रबंधक के.आर.खाटवा ने दी।
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वार्ड 8 व 9 का शिविर 19 व 20 को
डूंगरपुर, 17 सितंबर/भामाशाह योजना के तहत नगरपरिषद डूंगरपुर के वार्ड 8 व 9 के निवासियों के लिए शिविर का आयोजन 19 व 20 सितम्बर को जमातखाना घांटी में किया जाएगा। नगरपरिषद आयुक्त ने बताया कि शिविर सुबह 9 से शाम 6 बजे तक आयोजित किया जाएगा अतः वार्डवासी अपने परिवार सहित शिविर में उपस्थित होकर अपना भामाशाह नामांकन करावें।
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खरीफ फसलो में सम्मिलित पोषक तत्व प्रबन्धन पर प्रशिक्षण सम्पन्न
डूंगरपुर, 17 सितंबर/कृषि विज्ञान केन्द्र, फलोज डूंगरपुर (महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौधोगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर) द्वारा तीन दिवसीय संस्थागत कृषक प्रशिक्षण ‘‘खरीफ फसलो में समन्वित पोषक तत्व प्रबन्धक’’ विषय पर बुधवार को सम्पन्न हुआ।
केन्द्र के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. एस.एन.ओझा ने कृषकों से आह्वान किया कि प्रति इकाई क्षेत्र से अधिकतम उत्पादन लेने के लिए फसलों में समन्वित पोषक तत्व प्रबन्धन नितान्त आवश्यक है। कृषक कृषि के नवाचारों को अपना कर अच्छा लाभ कमा सकता है अतः कृषक जैविक खेती को अपनावे।
प्रशिक्षण दौरान केन्द्र के मृदा वैज्ञानिक डॉ. सी.एम. बलाई ने कृषकों को मिट्टी पानी को जांच के आधार पर रसायनिक उर्वरको के सन्तुलित प्रयोग करने की जानकारी दी। उन्होंने कृषको को रासायनिक उर्वरकों के सन्तुलित प्रयोग के साथ जैविक खाद का प्रयोग करने एवं केंचुआ खाद का वैज्ञानिक तकनीकि से उत्पादन करने का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया। पशुपालन विशेषज्ञ पी.सी.रेगर ने धान के खेतो में एजोला उत्पादन के बारे में कृषकों को जानकारी दी । गृह वैज्ञानिक श्रीमती सुमित्रा मीणा ने सोयाबीन प्रसंस्करण एवं इसका सन्तुलित आहार में उपयोग के बारे में बताया वहीं पौध विशेषज्ञ श्री बी.एल. रोत ने खरीफ फसलों मंे लगने वाली पौध व्यधियो एवं उनके नियन्त्रण के बारे मंे कृषकों को जानकारी दी।
इस दौरान उद्यानिकी विशेषज्ञ राजेश जलवानियां ने कृषको को वैज्ञानिक तकनीक से सब्जियों की नर्सरी तैयार करने एवं बगीचा स्थापना के बारे में बताया।
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शर्मा/शर्मा/शर्मा
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