Sunday, September 21, 2014

21-09-2014 समाचार


 पंचायत समितियों के पुनर्गठन की आपत्तियों पर कलक्टर ने की सुनवाई  
लोकहित को देखकर होंगे संशोधन: कलक्टर

  डूंगरपुर, 21 सितंबर/राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में पंचायत समितियों के पुनर्गठन व नवसृजन के संबंध में प्रारूप प्रकाशन उपरांत जिला कलक्टर इंद्रजीत सिंह ने रविवार को अब तक प्राप्त समस्त आपत्तियों  पर व्यक्तिगत सुनवाई की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।   
आज सुबह कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित राजीव गांधी भारत निर्माण सेवा केन्द्र में संपन्न हुई इस जनसुनवाई को संबोधित करते हुए कलक्टर इंद्रजीत सिंह ने कहा कि पुनर्गठन के प्रारूप के संबंध में प्राप्त आपत्तियों को समग्र लोकहित को देखा जाएगा और सुनवाई में प्राप्त सुझावों व स्पष्टीकरण को ध्यान में रखकर आवश्यक संशोधन किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह भी देखा जाएगा कि पुनर्गठन के प्रावधानों की अनुपालना के साथ-साथ पंचायत समिति में सम्मिलित ग्राम पंचायतों की संख्या में समानता हो तथा पुनर्गठन के बाद आमजनों की किसी प्रकार की असुविधाएं न हो। कलक्टर ने कहा कि डूंगरपुर जिले में पंचायतों के पुनर्गठन से अन्य जिलों की अपेक्षा ज्यादा सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं और नवीन चार पंचायत समितियों के गठन से इनमें आधारभूत साधन सुविधाओं की उपलब्धता प्राप्त होने के साथ लोगों को सुविधाएं प्राप्त होंगी।  
जनसुनवाई के आरंभ में अतिरिक्त जिला कलक्टर अशोक कुमार ने पंचायत समितियों के पुनर्गठन में चार नवीन पंचायत समितियों के प्रस्तावित किए जाने की बात बताई और कहा कि जिलेभर से जनप्रतिनिधियों और आमजनों द्वारा 56 आपत्तियां दी गई है जिस पर संबंधित उपखण्ड अधिकारियों के माध्यम से इनके संबंध में तथ्यात्मक जानकारी जुटाने के बाद व्यक्तिगत सुनवाई की जा रही है।  
इस मौके पर उपखंड अधिकारी सिद्धार्थ सिहाग, सत्यनारायण आचार्य, सीडी चारण, करतारसिंह, ओमप्रकाश फुलवारिया, समस्त तहसीलदार, उप जिला प्रमुख प्रेमकुमार पाटीदार, समाजसेवी प्रियकांत पण्ड्या, डूंगरपुर प्रधान मंजूला रोत, बिछीवाड़ा प्रधान देवराम रोत, आसपुर उपप्रधान वीरेन्द्रसिंह सिसोदिया, समाजसेवी सुरमाल परमार, जिला परिषद सदस्य भंवरलाल कलासुआ, पंचायत समिति सदस्य सुखदेव यादव, रूपशंकर त्रिवेदी, डूंगरपुर उपप्रधान वल्लभराम, कांतिलाल लबाना और बड़ी तादाद में ग्रामीण मौजूद थे।
इन आपत्तियों पर हुई चर्चा: 
बैठक में जिला कलक्टर इंद्रजीत सिंह ने पंचायत समितिवार प्राप्त आपत्तियों की समीक्षा की और मौजूद जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों व आपत्तिकर्त्ताओं से चर्चा करते हुए उनके पक्ष को जाना। इस दौरान उप जिला प्रमुख प्रेमकुमार पाटीदार, समाजसेवी प्रियकांत पण्ड्या, डूंगरपुर प्रधान मंजूला रोत व पंचायत समिति सदस्य सुखदेव यादव ने आसपुर में सम्मिलित की गई डूंगरपुर की दस पंचायतों को डूंगरपुर में ही यथावत रखने व डोजा व आंतरी को डूंगरपुर में ही रखने की बात कही जिसका आसपुर उपप्रधान वीरेन्द्रसिंह सिसोदिया, समाजसेवी सुरमाल परमार, रूपशंकर त्रिवेदी ने भी समर्थन किया। इस दौरान कलक्टर ने डोजा व अंातरी सरपंच का भी पक्ष जाना। बिछीवाड़ा प्रधान देवराम रोत व कांतिलाल लबाना व अन्य ने थाणा को छोड़कर माड़ा व अन्य पंचायतों को पुनः बिछीवाड़ा में सम्मिलित करने पर अपना पक्ष रखा। सुनवाई दौरान बिलड़ी, कुआ, मनपुर, गलियाकोट, झौंथरी आदि को नई पंचायत समिति बनाने सहित विभिन्न पंचायत समितियों में गांवों को सम्मिलित करने व हटाने से संबंधित आपत्तियों पर संबंधित जनप्रतिनिधियों व अन्य का पक्ष जानकर कलक्टर ने अधिकारियों को महत्त्वपूर्ण दिशा-निर्देश प्रदान किए। 
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फोटो केप्शन:डूंगरपुर/पंचायत समितियों के पुनर्गठन के संबंध में आपत्तियों की सुनवाई करते जिला कलक्टर इंद्रजीत सिंह व मौजूद अधिकारी व जनप्रतिनिधि।

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भामाशाह योजना में नामांकन जारी
दो स्थानों पर हुए शिविर,
भामाशाह में 1456 व आधार में 371 का हुआ नामांकन

डूंगरपुर, 21 सितंबर/जिले में महिला सशक्तिकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ की गई भामाशाह योजना के तहत नामांकन शिविरों के आयोजन का सिलसिला लगातार जारी है। शनिवार को इसके तहत नगरपरिषद डूंगरपुर के वार्ड संख्या 8 व 9 तथा पिण्डावल में आयोजित शिविरों में भामाशाह योजना में 1456 व्यक्तियों ने तथा आधार कार्ड के लिए 371 ने नामांकन करवाया।   
जिला कलक्टर इंद्रजीत सिंह ने बताया कि भामाशाह योजना के तहत नगरपरिषद के वार्ड संख्या 8 व 9   में 301 परिवारों के 829 व्यक्तियों ने तथा  आसपुर उपखण्ड क्षेत्र के पिण्डावल में 251 परिवारों के 627 व्यक्तियों ने नामांकन कराया।  इसके अलावा नगरपरिषद में 197 व पिण्डावल में 174 व्यक्तियों ने आधार कार्ड का पंजीकरण भी करवाया।
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