Saturday, August 9, 2014

05-08-2014 समाचार

बाल अधिकार संरक्षण के लिए हुई विस्तृत चर्चा 
जिला स्तरीय कार्ययोजना का हुआ अनुमोदन, 
कार्ययोजना में आवंटित लक्ष्यों को हासिल करें - अतिरिक्त कलक्टर
फोटो संलग्न

डूंगरपुर, 5 अगस्त/अतिरिक्त जिला कलक्टर अशोक कुमार ने बाल अधिकार संरक्षण से जुड़े समस्त विभागों और गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को निर्देशित किया है कि जिले में बाल अधिकार संरक्षण के लिए बनाई गई कार्ययोजना की अक्षरशः अनुपालना सुनिश्चित की जावें तथा इसमें आवंटित लक्ष्यों को हासिल करते हुए प्रतिमाह 25 तारीख तक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करें। 
अतिरिक्त कलक्टर मंगलवार को बाल अधिकार की कार्ययोजना के संबंध में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों व एनजीओ प्रतिनिधियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबोधित कर रहे थे। 
इस मौके पर उन्होंने समस्त विभागीय अधिकारियों व कार्यकारी एजेंसियों को पाबंद किया कि वे पूरी गंभीरता के साथ इस कार्य को संपादित करें और निर्धारित प्रारूप में रिपोर्ट ऑनलाईन प्रेषित करें ताकि प्रतिमाह की 5 तारीख तक समस्त एजेंसियों की रिपोर्ट को समन्वित करते हुए जिला कलक्टर को प्रेषित की जा सके। उन्होंने आवंटित लक्ष्यों के हासिल करने में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश प्रदान किए। 
बैठक में गत बैठक की अनुवर्ती कार्यवाही की समीक्षा करते हुए अतिरिक्त कलक्टर ने पुलिस विभाग की कार्यवाही के बारे में पूछा तो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपति महावर ने बताया कि इन दिनों थाना क्षेत्र पर ही चौकियों के गठन के माध्यम से बाल श्रम पर नज़र रखी जा रही है और आगामी दिनों में थाना स्तर पर बाल श्रमिकों को मुक्त कराने के लिए अभियान चलाया जाएगा। उन्होंनेे जिले में एन्टी ह्यूमन ट्रेफिकिंग सेल के माध्यम से की जा रही सक्रिय और सघन कार्यवाही के  बारे में बताते हुए कहा कि हाल ही में कुंआ थाना क्षेत्र में इस सेल के माध्यम से 5 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया और दो वाहन जप्त किए गए हैं। 




  चाईल्डलाईन 1098 सक्रिय रहे: 

अतिरिक्त कलक्टर अशोक कुमार ने चाईल्ड लाईन संयोजक मुकेश गौड़ को निर्देश दिए कि निराश्रित बच्चों, बाल श्रमिकों और बाल अधिकारों के हनन से संबंधित शिकायतों के लिए स्थापित किए गए टोल फ्री नम्बर 1098 को सक्रिय करते हुए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जावे। उन्होंने इस नम्बर को अधिकाधिक प्रचारित करते हुए बाल अधिकारों का संरक्षण किया जावे। 

कार्ययोजना का हुआ अनुमोदन: 

बैठक में जिले में बाल श्रम को रोकने के लिए तैयार की गई कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा की गई। यूनिसेफ की चाईल्ड राईट कंसल्टेंट सिंधु बिनुजीत ने तैयार की गई कार्ययोजना में सम्मिलित विभिन्न विभागों के मुख्य कार्यक्षेत्र, कार्यों का विवरण, समन्वय के लिए विभाग, लक्ष्य तथा लक्ष्य प्राप्ति रिपोर्ट भेजने के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में जिला परिषद सीईओ अनुराग भार्गव, बाल कल्याण समिति के मनोज शर्मा, पीडो माडा निदेशक देवीलाल व्यास, सेव द चिल्ड्रन की नीमा पंत व मनीष शर्मा, मुस्कान संस्थान के भरत नागदा,  आरबीकेएस के मुकेश गौड़, परीवीक्षा अधिकारी टीआर आमेटा आदि ने कार्ययोजना के संबंध में विचार व्यक्त किए। इस दौरान आईसीपीएस सहायक निदेशक अशोक शर्मा ने अनाथ पालनहार के सत्यापन के लिए पीडो माडा व सेव द चिल्ड्रन से सहयोग का आह्वान किया।   
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फोटो केप्शन: डूंगरपुर/बाल संरक्षण संबंधित बैठक को संबोधित करते अतिरिक्त कलक्टर अशोक कुमार व मौजूद अधिकारी।
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