Saturday, August 23, 2014

23-08-2014 समाचार


 ऊर्जा मंत्री खींवसर ने ली विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की बैठक
जनजाति अंचल के लिए सौर ऊर्जा ही बेहतर विकल्प: ऊर्जा मंत्री
फोटो संलग्न

डूंगरपुर, 23 अगस्त/सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत जनसुनवाई के लिए पहुंचे प्रदेश के ऊर्जा मंत्री गजेन्द्रसिंह खींवसर ने शनिवार देर शाम जिले के ऊर्जा विभाग के समस्त अभियंताओं और जनप्रतिनिधियों की बैठक ली और विस्तृत विचार विमर्श करते हुए कहा कि जनजाति अचंल के लिए सौर ऊर्जा ही बेहतर विकल्प है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में जर्मनी ऐसा देश है जहां सर्वाधिक तादाद में सौलर पैनल स्थापित है और भारत में भी अगले पांच वर्षों में इस विकल्प को प्रमुखता से अपनाया जाएगा इसमें किसी प्रकार का संदेह नहीं है। 
जिला परिषद ईडीपी सभागार में आयोजित इस बैठक में ऊर्जा मंत्री खींवसर ने जिले की भौगोलिक स्थितियों को देखते हुए सौलर ऊर्जा के माध्यम से बिजलीविहीन घरों को रोशन करने के सुझाव पर विभागीय अभियंताओं व जनप्रतिनिधियों की राय ली और कहा कि जनजाति अंचल के हर घर तक रोशनी पहुंचाने के लिए 300 वॉट तक के सौलर पैनल, बैटरी व एलईडी बल्ब उपलब्ध कराने पर विचार किया जा सकता है। जिला कलक्टर इंद्रजीत सिंह ने भी इस विचार को इस अंचल के लिए हितकारी बताया और कहा कि जिले में भी सौलर ऊर्जा के प्रति जागरूकता बढ़ी है और लोग अब समझने लगे है कि ऊर्जा का सस्ता और इस अंचल के लिए उचित माध्यम यही है। उन्होंने जिले में सेवा संस्था के माध्यम से सौलर बेटरियों के प्रयोग की स्थितियों के बारे में भी जानकारी दी।   

खराब मीटरों को बदलें: 

ऊर्जा मंत्री खींवसर ने जिले में बड़ी तादाद में खराब मीटरों की स्थितियों पर चिंता जताई और ब्लॉकवार जानकारी लेते हुए खराब मीटरों को बदलने के लिए समय सीमा निर्धारित करते हुए 30 सितंबर तक का समय दिया। उन्होंने कृषि क्षेत्र के खराब मीटरों को भी बदलने के लिए तत्परता दिखाने के लिए अभियंताओं को पाबंद किया। इस दौरान उन्होंने मुख्य अभियंता आरपी सुखवाल को निर्देश दिए कि वे तत्काल प्रभाव से मीटरों को उपलब्ध करावें ताकि उपभोक्ताओं के मीटर समय पर बदलें जा सके। उन्होंने ढीले तारों को 30 सितंबर तक दुरस्त करने के भी निर्देश दिए। 

....तो 24 घंटे में ही बदल क्यों नहीं देते ? 

ऊर्जा मंत्री खींवसर ने जिले में ट्रासफार्मर के जलने की कम समस्या होने की जानकारी प्राप्त होने पर कहा कि जिले में यदि इस प्रकार की स्थितियां है तो इसे बदलने के लिए विभाग द्वारा निर्धारित अधिकतम समय सीमा 72 घण्टों के स्थान पर 24 घंटों में ही ट्रासफार्मर को बदला जावें और उपभोक्ताओं को राहत प्रदान की जावे। अधीक्षण अभियंता एम.बी.पालीवाल ने ऊर्जा मंत्री को इस प्रकार की त्वरित कार्यवाही के लिए आश्वस्त किया।  

कार्मिकों और आमजन की मृत्यु चिंतनीय:

ऊर्जा मंत्री खींवसर ने जिले में विभिन्न प्रकार की दुर्घटनाओं में बिजली विभागीय कार्मिकों व आमजन की मृत्यु पर चिंता जताई और इस पर संवेदनशील होने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने जिले के इन विभिन्न प्रकरणों मंे दुर्घटना के कारणों के बारे में संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने जिला कलक्टर को इन प्रकरणों में जांच करने के निर्देश दिए और मुआवजा दिए जाने की प्रगति के बारे में पूछते हुए अधिकारियों को पाबंद किया कि इस प्रकार की दुर्घटनाओं को सतर्कता से रोका जावे।

सीमलवाड़ा में 132 केवी जीएसएस शीघ्र पूर्ण होगा: 

बैठक दौरान ऊर्जा मंत्री खींवसर ने बताया कि जिले के उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सीमलवाड़ा में स्वीकृत 132 केवी जीएसएस इसी वर्ष पूर्ण होगा। उन्होंने बताया कि बिछीवाड़ा में इसी वर्ष तथा चितरी में अगले वर्ष 132 केवी जीएसएस स्वीकृत कर पूर्ण कराने का प्रयास किया जाएगा। 

डूंगरपुर में एक माह में खुलेगा भण्डार गृह:

विभागीय अधिकारियों द्वारा भण्डार गृह नहीं होने के कारण आ रही समस्याओं के बारे में जानकारी दी तो  ऊर्जा मंत्री खींवसर ने कहा कि एक माह के भीतर डूंगरपुर जिला मुख्यालय पर सहायक भण्डार नियंत्रक का कार्यालय खोल दिया जाएगा। 

जताई नाराजगी: 

बैठक के आरंभ में ऊर्जा मंत्री खींवसर ने सहायक अभियंताओं और कनिष्ठ अभियंताओं की उपस्थिति ली और सागवाड़ा व आसपुर क्षेत्र के कनिष्ठ अभियंताओं के देरी से पहुंचने पर अधिशासी अभियंताओं को फटकार लगाई।  

रिपोर्ट देने के निर्देश:

बैठक में जिलेभर में ठेकेदारों के माध्यम से क्षतिग्रस्त बिजली के खंभों को व्यवस्थित करने के लिए पूर्व में दिए गए निर्देशों की समीक्षा की गई और अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि वे सभी खंभों का भौतिक सत्यापन कराते हुए खंभों को दुरस्त करने की रिपोर्ट तत्काल प्रभाव से प्रस्तुत करें। 

जनप्रतिनिधियों ने भी बताई समस्याएं: 

बैठक में डूंगरपुर विधायक देवेन्द्र कटारा, चौरासी विधायक सुशील कटारा, आसपुर विधायक गोपीचंद मीणा, समाजसेवी शंकरसिंह सोलंकी, हरिश पाटीदार, नगरपरिषद सभापति सुशीला भील सहित जिलेभर से बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि पहुंचे थे जिन्होंने क्षेत्रीय समस्याओं के बारे में जानकारी दी और इनके समाधान का आग्रह किया। जनप्रतिनिधियों के सुझाव पर ऊर्जा मंत्री खींवसर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि उपभोक्ताओं की संतुष्टि को परम् ध्येय बनाते हुए वे पूरी ऊर्जा के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ कार्य करने वाले कार्मिकों को प्रोत्साहित किया जाएगा वहीं लापरवाही बरतने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही भी होगी। उन्हांेने अभियंताओं को बिजली की छीजत रोकने और उपभोक्ताओं की समस्याओं के निस्तारण के लिए तत्पर रहने के लिए भी आह्वान किया।  बैठक में अभियंताओं ने जिले में स्टाफ की कमी और दुर्घटनाओं के पीछे शहरी क्षेत्रों में अतिक्रमण की स्थितियों के बारे में बताया। जिला कलक्टर इंद्रजीत सिंह ने अतिक्रमण की स्थितियों में संबंधित भवन मालिक को नोटिस देने और इसकी प्रति नगरपरिषद को देने के निर्देश दिए। 
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महेश/महेश/महेश-कमलेश
फोटो केप्शन: 23-8-1: डूंगरपुर/विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की बैठक को संबोधित करते केबिनेट मंत्री गजेन्द्रसिंह खींवसरर्। 
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