Tuesday, August 26, 2014

26-08-2014 समाचार

 केबिनेट बैठक में डूंगरपुर जिले को दी गई प्रमुख सौगातें

    • जिले के पुनाली में जिला स्तरीय बालिका खेल छात्रावास विकसित किया जाएगा।
    • जिले में 11 गावों की छूटी हुई 5.3 किलोमीटर लम्बी सड़कें रुपये  261.25 लाख की लागत से बनाई जायेगी।
    • जिले में विद्युत व्यवस्था सुदृढ़  करने के लिये बिछीवाड़ा में रुपये 1250 करोड की लागत से नया 132 केवी ग्रिड स्टेशन की इसी वित्तीय वर्ष में स्थापना की जाएगी।
    • ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के अन्तर्गत डूंगरपुर में 138.92 करोड़ रुपये की राशि व्यय कर 100 से अधिक जनसंख्या वाले गांवों/मजरो/ढाणियों का विद्युतीकरण किया जायेगा जिससे बीपीएल परिवारों को निःशुल्क घरेलु कनेक्शन (मय एलईडी बल्ब के) से लाभान्वित किया जायेगा। इसके अतिरिक्त जिले के एपीएल परिवारों को भी विद्युतिकरण का लाभ दिया जायेगा।
    • जिलों में विद्युत वितरण प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिये गामोठवाड़ा व वागड़ मगरी में नये 33/11 केवी जीएसएस स्थापित किये जायेंगे।
    • जिला डूंगरपुर में 60 नये एकीकृत पशुधन विकास केन्द्रों की स्थापना की जाएगी।
    • दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 11 बल्क मिल्क कूलरों की स्थापना जिला डूंगरपुर में की जाएगी।
    • सहकारी समितियों को ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों के केन्द्र के रूप में विकसित करने की महती सम्भावनाओं को देखते हुए आगामी एक वर्ष में जिले में पांच लैम्प्स में खाद-बीज, मिनी बैंक, मिनी सुपर मार्केट विकसित किये जायेंगे।
    • जिले के सभी लेम्प्स को भामाशाह योजना के क्रियान्वयन हेतु बिजनेस कोरसपोन्डेन्ट बनाया जायेगा।
    • एक माह के अन्दर मिनी बैंक के समस्त खाताधारकों की पास बुक को आदिनांक कर खाताधारकों को उपलब्ध करवाई जायेगी।
    • डंूगरपुर की गेपसागर झील के संरक्षण, विकास व सौंदर्यकरण के कार्य के लिए राष्ट्रीय झील संरक्षण परियोजनांतर्गत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट  तैयार करवाई गई है। इस परियोजना  को, वन एवं पर्यावरण मंत्रालय  भारत सरकार को स्वीकृति हेतु भिजवाया गया है। इनकी शीघ्र स्वीकृति प्राप्त कर कार्य आरम्भ किया जावेगा।
    • जिले के देव सोमनाथ व बेणेश्वर देवस्थानों में दर्शनार्थियों के लिये पार्किंग, आवागमन, ठहराव आदि की सुविधाएं विकसित करने के लिये मास्टर प्लान तैयार करवाकर विकास कार्य शुरू किये जायेंगे।
    • कृषकों की सुविधा के लिए जिले के सागवाड़ा में नई मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना की जाएगी।
    • डूंगरपुर के सागवाड़ा तथा गलियाकोट शहर एवं पंचायत समिति सागवाड़ा के 40, सीमलवाड़ा के 35, कुल 75 गांवों हेतु, कड़ाना बेक वाटर से पेयजल योजना हेतु डी.पी.आर. बनाई जायेगी।
    • बेणेश्वर धाम में 5 किलोमीटर की सम्पर्क सड़क सुदृढ़ीकरण का कार्य किया जायेगा। 
    • डूंगरपुर बाईपास का सुदृढ़ीकरण एवं नवीनीकरण किया जायेगा।
    • सोम-कमला-आम्बा बांध  के डाउन स्ट्रीम में सोम नदी के दोनों ओर बसे गांव सलावटिया व अमृतिया गांवों को जोड़ने के लिये रुपये 250 लाख की लागत से रपट निर्माण कराई जायेगी।
    • गैप सागर के कैचमेंट क्षेत्र में से अवरोधों को हटाया जाकर, पानी की आवक को सुगम किया जायेगा।
    • शहर डूंगरपुर तथा पंचायत समिति आसपुर के 93, पंचायत समिति डूंगरपुर के 7, बिच्छीवाडा के 12 एवं सागवाड़ा के 28 कुल 140 गांवों  हेतु सोमकमला अम्बा बांध से पेयजल योजना हेतु डी.पी.आर. बनाई जायेगी।
    • डूंगरपुर शहर की पेयजल योजना का पुनरुद्धार किया जायेगा।
    • सागवाड़ा के सतही स्रोत लोडेश्वर बांध से शहर की पेयजल योजना का पुनरुद्धार किया जायेगा।
    • डूंगरपुर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जायेगी, इसके लिये भूमि का चिन्हांकन कर लिया गया है।
    • लोड़ीसर, सोमकमला आम्बा परियोजना एवं सोमफीडर नहरों के जीर्णोद्धार का कार्य कराया जायेगा।
    • डूंगरपुर में कडाना बैक वॉटर पर बंद पड़ी सामुदायिक जलोत्थान सिंचाई योजनाओं को पुनः शुरू करवाया जायेगा। प्रथम चरण में निवासियों की राय एवं सहमति से 41 परियोजनाएं हाथ मे ली जायंेगी।
    • डूंगरपुर जिला मुख्यालय पर स्पोर्ट्स कॉम्प्लैक्स के अधूरे कार्य को शीघ्र पूर्ण कराया जायेगा।

  सिनेमा की विरासत को संरक्षित करने का पहला प्रयासमुम्बई में 22 फरवरी से प्रारंभ होगा ‘फिल्म संरक्षण व पुनरूद्धार स्कूल’
शिवेन्द्रसिंह डूंगरपुर की पहल
 

डूंगरपुर, 26 अगस्त/भारतीय सिनेमा की विरासत को संरक्षण प्रदान कर उसके पुनरूद्धार की दिशा में पहला प्रयास मुम्बई में आगामी 22 फरवरी से प्रारंभ होगा। इस पहल के सूत्रधार बने हैं डाक्यूमेंटरी और विज्ञापन फिल्मों के ख्यातनाम निर्माता-निर्देशक शिवेन्द्रसिंह डूंगरपुर। 
फिल्म हेरिटेज फाउण्डेशन के तत्वावधान में प्रारंभ हो रहे इस स्कूल के बारे में फाउण्डेशन के जयंत पटेल ने बताया कि स्कूल का शुभारंभ 22 फरवरी से मुम्बई स्थित फिल्मस डिवीजन में होगा। इसका आयोजन फिल्म हेरिटेज फाउण्डेशन के संयोजन में मार्टिन स्कोर्सेज फिल्म फाउण्डेशन तथा सिनेटेका डि बोलोग्ना के सहयोग से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस स्कूल का प्रमुख उद्देश्य फिल्म संरक्षण और इससे संबंधित विषयों पर अन्तर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के विचार आमंत्रित करते हुए फिल्म संरक्षण के प्रयासों को अमलीजामा पहनाना है। इसके तहत अन्तर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा फिल्म संरक्षण के तरीकों के बारे में भी जानकारी प्रदान की जाएगी। इस स्कूल के लिए भारत, श्रीलंका, नेपाल व भूटान से 40 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। इसके लिए ऑनलाईन आवेदन फाउण्डेशन की वेबसाईट पर 15 सितंबर से उपलब्ध हांेंगे।  


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ऑनलाईन हुई टीएडी की योजनाएं

डूंगरपुर, 26 अगस्त/जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार की योजनाओं के आवेदन पत्र अब ऑनलाईन भरे जाएंगे। 
टीएडी उपनिदेशक गिरिराज कतारिया ने बताया कि इसके तहत जनजाति छात्राओं को निःशुल्क स्कूटी वितरण के आवेदन, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के जनजाति खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराने के आवेदन, कॉलेज में अध्ययनरत जनजाति विद्यार्थियों को छात्रागृह किराया पुनर्भरण के आवेदन, पीएमटी, पीईटी, आईआईटी कोचिंग के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के आवेदन तथा जनजाति विद्यार्थियों को रिसर्च फैलोशिप के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का आवेदन ऑनलाईन लिया जाएगा। 
उन्होंने बताया कि अभ्यर्थी इन योजनाओं के लिए आवेदन अब ईमित्र अथवा सीएससी कियोस्क से कर सकेंगे।  
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डलहौजी में होगा पंचाल का कहानीपाठ

डूंगरपुर, 26 अगस्त/केन्द्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त जिले के कहानीकार दिनेश पंचाल आगामी 14 से 16 सितंबर को डलहौजी में आयाेिजत होने वाली कहानीगोष्ठी में कहानीपाठ करेंगे।
पंचाल ने बताया कि उन्हें कहानीपाठ के लिए ‘कहानी पंजाब’ पत्रिका की ओर से कहानीपाठ के लिए आमंत्रण प्राप्त हुआ है। संगोष्ठी में देशभर से साहित्यकार सम्मिलित होंगे।  

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भामाशाह योजना
बिछीवाड़ा में आयोजित होने वाले नामांकन शिविरों का कार्यक्रम जारी

डूंगरपुर, 26 अगस्त/जिले में भामाशाह योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए तैयारियां जोर-शोर पर हैं और विभिन्न उपखण्ड अधिकारियों के निर्देशन में आगामी 1 सितंबर से नामांकन शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इसी श्रृंखला में बिछीवाड़ा उपखण्ड क्षेत्र के लिए शिविरों का कार्यक्रम निर्धारित कर दिया गया है। 
बिछीवाड़ा उपखण्ड अधिकारी ओमप्रकाश फुलवारिया ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार 1 सितंबर से प्रारंभ होने वाले इन शिविरों में पात्र व्यक्तियों की पहचान करने एवं प्रमाणित करने के लिए संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव एवं पटवारी को शिविरों में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने को पाबंद किया गया है। समस्त शिविरों का आयोजन ग्राम पंचायत के राजीव गांधी सेवा केन्द्रों में सुबह 10 से सायं 5 बजे तक होगा। 
निर्धारित कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए फुलवारिया ने बताया कि 1 व 2 सितम्बर को साबली में, 5 व 6 सितम्बर को बौखला में, 8 व 9 सितम्बर को संचिया में, 12 व 13 सितम्बर को नवलश्याम में, 15 व 16 सितम्बर को ओडा बडा में, 17 व 18 सितम्बर को करोली में, 22 व 23 सितम्बर को कनबा में, 26 व 27 सितम्बर को छापी में, 29 व 30 सितम्बर को आमझरा में, 7 व 8 अक्टूबर को पालपादर में, 9 व 10 अक्टूबर को मालमाथा में, 13 व 14 अक्टूबर को खजूरी में, 15 व 16 अक्टूबर को गेड में, 17 व 18 अक्टूबर को तलैया में, 20 व 21 अक्टूबर को चुण्डावाडा में, 27 व 28 अक्टूबर को मोदर में 29 व 30 अक्टूबर को शिशोद में, 3 व 4 नवम्बर को बिछीवाडा में, 5 व 6 नवम्बर को बरौठी में, 7 व 8 नवम्बर को भेहणा में, 10 व 11 नवम्बर को जालुकुआं में, 12 व 13 नवम्बर को मेवाडा में, 14 व 15 नवम्बर को रामपुर मेवाडा में, 17 व 18 नवम्बर को वीरपुर में, 19 व 20 नवम्बर को गामडी अहाडा में एवं 21 व 22 नवम्बर को गलन्दर में नामांकन शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने समस्त ग्रामीणों को संबंधित ग्राम पंचायत में आयोजित होने वाले शिविरों में उपस्थित होकर भामाशाह कार्ड बनवाने का आह्वान किया है। 

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जलग्रहण परियोजनाओं का सामाजिक अंकेक्षण 11 सितंबर से

डूंगरपुर, 26 अगस्त/जिले में आई.डब्ल्यू. एम.पी. योजनान्तर्गत संपादित कार्यों का सामाजिक अकेक्षण 11 सितंबर से प्रारंभ होगा। 
अधीक्षण अभियंता ने बताया कि 1 अप्रेल 2013 से 30 मार्च 2014 तक हुए कार्यों (पूर्ण, अपूर्ण, प्रगतिरत)  एवं यदि किसी कारण से 31 मार्च 2013 से पूर्व अथवा योजना प्रारम्भ होने से अब तक जिन कार्यो का सामाजिक अंकेक्षण कार्य नहीं हुआ है, तो उन समस्त कार्यों का सामाजिक अंकेक्षण कार्य ग्राम सभा के माध्यम से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पंचायत समिति बिछीवाड़ा अंतर्गत 11 सितम्बर को करोली में, 18 सितम्बर को छापी व बिछीवाडा में,  9 अक्टूबर को शिशोद, गामडी देवल, बरोठी व चुण्डावाडा में,  16 अक्टूम्बर को देवलखास, पालवडा, व पाल देवल में अंकेक्षण होगा।  इसी प्रकार पंचायत समिति सीमलवाडा अंतर्गत 11 सितम्बर को डूंका में, 18 सितम्बर को रातडिया व चितरी में, 9 अक्टूम्बर को भागातालाब-द्वितीय (गरियाता), झरनी, बांकडा व भचड़िया में, 16 अक्टूबर को पुछियावाडा (बाबा की बार), भागातालाब-प्रथम (नादिया) व गुन्दलारा में, पंचायत समिति आसपुर अंतर्गत 11 सितम्बर को भेवड़ी उस्मानिया, बोडीगामा छोटा, बोडीगामा बडा व माल में, 18 सितम्बर को पंुजपुर में, 16 अक्टूबर को तालोरा, पिण्डावल व कतिसोर में अंकेक्षण किया जाएगा वहीं पंचायत समिति सागवाडा अंतगत 18 सितम्बर को घाटा का गांव व बरबुदनिया में,  09 अक्टूबर को नालवडा काहेला मे,ं 16 अक्टूबर को विराट, ओबरी, पीपलगंुज व बिलिया बडगामा में तथा पंचायत समिति डूंगरपुर के तहत 18 सितम्बर को माण्डवा, सांसरपुर, सुराता, भीण्डा, पोहरी खातुरात व बेडा में व 16 अक्टूम्बर को हिराता, लोलकपुर, व माल में सामाजिक अंकेक्षण कार्य प्रस्तावित है। 

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तीन दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ
आजीविका सुधार पर काजरी के वैज्ञानिक दे रहे है प्रशिक्षण
फोटो संलग्न

डूंगरपुर, 26 अगस्त/केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) जोधपुर द्वारा जनजाति उपयोजना के अन्तर्गत काश्तकारों के लिए ‘‘एकीकृत संसाधन प्रबन्धन द्वारा जनजातिय समुदाय की आजीविका में सुधार’’ विषय पर त्रि-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत मंगलवार को कृषि विज्ञान केन्द्र, फलोज में हुई ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में निदेशकद्वय डॉ. महेश कुमार गौड ने प्रारम्भ में कार्यालय में कार्यक्रम की रूपरेखा और महत्ता बताई वहीं डॉ. राजेश कुमार गोयल ने रघुनाथपुरा ग्राम पंचायत के वेरणीया गांव में काजरी द्वारा करवाये गये विभिन्न कार्यों के बारें में बताया। सरपंच हरिराम ने प्रशिक्षणार्थियों से उन्नत कृषि उपकरणों एवं तकनीकों के वितरण व प्रशिक्षण द्वारा गांव के समग्र उत्थान के लिए किये गये काजरी के प्रयासो की भूरी-भूरी सराहना की। उन्होंने कहा कि जनजातिय समुदाय के विकास की परियोजनाओ के बारे में कई जानकारी नहीं होने से लोग वंचित रह जाते है। उन्होंने काजरी द्वारा सुखाग्रस्त डूंगरपुर पंचायत समिति के वेरणीया ग्राम के चयन पर भी खुशी जताई और कहा कि इससे भूमिगत जल स्तर में भी सुधार होने से अधिकांश को लाभ प्राप्त होगा। 
इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यक्रम संयोजक डॉ. एस.एन.ओझा, काजरी के प्रधान कृषि वैज्ञानिक डॉ. आर. एन. कुमावत, अधीक्षण अभियंता गणेशलाल रोत, वैज्ञानिक डॉ. सी.एम.बलाई, काजरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. महेश कुमार गौड, वैज्ञानिक डॉ. पी.सी. रेगर, काजरी के वरिष्ठ मृदा वैज्ञानिक डॉ. पी. राजा, काजरी के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. राजेश कुमार गोयल, वैज्ञानिक डॉ. बी.एल. रोत, विषय विशेषज्ञ डॉ. राजेश जलवानिया ने भी कृषि प्रबंधन तकनीकों पर विस्तार से विचार व्यक्त किए ।
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 फोटो केप्शन: डूंगरपुर/कृषि विज्ञान केन्द्र फलोज पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद काजरी के वैज्ञानिक। 
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शारीरिक शिक्षकों को सत्रारंभ वाक्पीठ आज से

डूंगरपुर, 26 अगस्त/जिले के समस्त शारीरिक शिक्षाको को दो दिवसीय सत्रारम्भ वाकपीठ संगोष्ठी का आयोजन बुधवार से राउप्रावि पाडवा में होगा।
जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) ने बताया कि 59 वीं जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के पूर्व जिले के समस्त शारीरिक शिक्षको की वाक्पीठ में जिले के समस्त निजी एवं राजकीय उप्रावि के शारीरिक शिक्षकों को अनिवार्यतः भाग लेने के निर्देश दिए गए हैं।  
जिल खेल प्रकोष्ठ प्रभारी जितेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि प्रारंभिक शिक्षा सेटअप के शारीरिक शिक्षक जो माध्यमिक शिक्षा विभाग में कार्यरत है, वे भी इस वाकपीठ में भाग लेंगे तथा सभी शारीरिक शिक्षक तय समय पर गणवेश में अपने विद्यालय द्वारा भाग लेने वाले खेल की सूचना लेकर उपस्थित होंगे। 
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